पुनर्नवा नाड़ी रसायन आरोग्य संस्थान
आओ चल चले प्रकृति की ओर स्वस्थ समाज की ओर
मुख्य संस्थापक - डॉक्टर वंशराज मौर्य (भारत के एक मात्र नाड़ी रसायन विशेषज्ञ)
संरक्षक -नेहा मौर्य (प्राकृतिक चिकित्सक)
डॉक्टर वंशराज मौर्य को यह ज्ञान ऋषिकेश से ऊपर भगवान शिव के मंदिर की तरफ जाते हुए कुछ ऋषियों मुनियों की एक टोली मिली जिन्हें डॉक्टर वंश ने नतमस्तक होकर उनके शीश झुकाया। इसी पर प्रसन्न होकर उन्होंने उन्हें वरदान दिया जाओ तुम से प्रकृति की सभी वस्तुएं वार्तालाप करेंगी वह जिस क्षेत्र में हैं उसमें रचनात्मक कार्य करोगे ।उसके बाद कुछ ही पलों में वह अदृश्य हो गए उसके बाद भगवान शिव की आराधना योग दर्शन करने के उपरांत इन्हें कुछ प्रकृति में अलग दिखने लगा व महसूस करने लगे उसी का आज यह फल है । प्रकृति को एक अलग ढंग से समझ कर समाज को स्वस्थ एवं निरोग करने का प्रयास कर रहे हैं। पर इनका मानना है कि हम जितना साधना में जाएंगे हम उतना ही प्रकृति की गहराइयों में उतरते जाएंगे और प्रकृति के रहस्य को समझने में सफल हो जाएंगे । महर्षि नागार्जुन ने इन्हें रसायन के बारे में अनुभव कराया है कि जो प्रकृति में मौजूद है जो समाज हित में आ सकता है।इस प्रकार उन्होंने भारत की पौराणिक विद्या नाड़ी परीक्षण को नाड़ी रसायन परीक्षण नाम से इजात किया और देश हित में कार्य कर रहे हैं।
उद्देश्य स्वस्थ भारत महान भारत भारतीय चिकित्सा पद्धति को बढ़ाना व प्रचार-प्रसार करना तथा भारत देश को विश्वगुरु बनाने के उद्देश्य को पूरा करना।
कार्यक्रम
● सिद्ध विद्या नाड़ी रसायन परीक्षण को जन-जन तक पहुंचाना व वैज्ञानिकता के आधार पर लोगों में विश्वास बढ़ाना।
● संपूर्ण चिकित्सा विभाग में सामंजस बनाना।
● विज्ञान( नाड़ी रसायन परीक्षण) को विश्वस्तरीय पद पर ले जाना।
● नाड़ी रसायन विशेषज्ञ डॉक्टर वंशराज मौर्य के सिद्धांत को व( U M G ) यूजर मैनुअल गाइड फॉर्मूला को जन-जन तक पहुंचाना।
● नाड़ी रसायन कायाकल्प विश्व के हर कोने में कार्य करने को तैयार है एवं सयोगियों का प्रस्ताव आवेदन स्वीकार है। हमारे साथ मिलकर कार्य करें आपका स्वागत है हर वर्ग समुदाय धर्म के लोगों का स्वागत है।