पुनर्नवा कायाकल्प विधि

नाड़ी रसायन कायाकल्प विधि में आपका स्वागत है, प्रकृति में संसार की सभी वस्तुएं चार भागों में बटी हैं

खाद्य पदार्थ

औषधि

वन औषधि

रसायन

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खाद्य वस्तुएं जोकि हमारे जीवन का आधार है जो हमें प्रतिदिन समयानुसार एवं ऋतु के अनुसार शारीरिक जरूरतों को पूरा करने में चाहिए। औषधि की आवश्यकता हमें शारीरिक विकार होने पर पड़ती है (मानसिक ,शारीरिक) । वन औषधि प्रायः जंगलों में जो अपने आप पैदा होती हैं या बहुत तेज काम करती हैं। रसायन को आयुर्वेद में ब्रह्मास्त्र भी कहा जाता है क्योंकि यह शरीर को पुनः नया कर देता है जैसे -पुनर्नवा , किस व्यक्ति को कौन सा रसायन चाहिए या उसके नाड़ी प्रकृति पर निर्भर करता है। नाड़ी रसायन परीक्षण संस्थान में व्यक्ति अपनी नाड़ी अनुसार अपने आहार विहार व रसायन का तालमेल बिठाकर मौसम के अनुसार प्रयोग करता है तो उसका कायाकल्प हो जाता है।

नाड़ी रसायन परीक्षण

सबसे पहले नाड़ी परीक्ष कराएं जिससे आपके शरीर की स्थिति की पूरी जानकारी प्राप्त हो सके. आहार बिहार- प्रकृति के अनुसार आहार-विहार की संपूर्ण जानकारी । औषधि एवं वन औषधि- जो आपके आसपास मिल जाए। रसायन- आपके प्रकृति के अनुसार औषधियों को सत्व बनाकर प्रयोग करना उम्र के अनुसार ग्रहण करना ।

फायदे

आपके शरीर को बलवान एवं बुढ़ापा रोकता है। शरीर के सारे अंग सुचारू रूप से कार्य करते हैं। शरीर में प्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है। शरीर निरोग बना रहता है। आपकी उम्र हमेशा कम लगती है। तथा कफ पित्त ,वात वायु को सम रखता है।

नाड़ी रसायन कायाकल्प

नाड़ी रसायन पुनर्नवा (कायाकल्प )प्रकृति का एक उपहार है जिससे मनुष्य अपने शरीर की काया बदल सकता है । प्रकृति में संसार की सभी चीजों को चार भागों में विभाजित किया गया है-

आहार

औषधि

वन औषधि

रसायन

दैनिक दिनचर्या की कार्य के लिए आहार अति आवश्यक है जो समय अनुसार एवं मौसम के अनुसार चाहिए। जब शरीर रोग ग्रस्त हो जाता है तो हमें उसके निवारण के लिए औषधि की जरूरत होती है जिससे मानसिक व शारीरिक रोग ठीक हो जाएगा। वन औषधियों औषधियों से तेज काम करती हैं जो जंगलों में पाई जाती हैं। रसायन हमारे प्रकृति में एक अहम रोल निभाता है। हमारे शरीर के लिए रसायन एक संजीवनी की तरह कार्य करता है तथा रसायन हमारे शरीर की काया बदलने में सहायक है । तथा मनुष्य नौजवान शारीरिक व मानसिक रूप से स्वस्थ रहता है । रसायन का प्रयोग मौसम तापमान प्रकृति( नाड़ी) उम्र, स्थान शारीरिक स्थिति के अनुसार किया जाए तो अतिशीघ्र कायाकल्प हो जाता है। रसायन पुनर्नवा (कायाकल्प) काफी कठिन व समय लगने वाली विधि है। परंतु आपके नाड़ी परीक्षण करके आपके आहार-विहार व रसायन का प्रयोग करके आप अति शीघ्र ही कायाकल्प (पुनर्नवा) का स्वास्थ्य लाभ ले सकते हैं ।

नाड़ी रसायन पुनर्नवा (कायाकल्प ) का तरीका

नाड़ी रसायन परीक्षण

सर्वप्रथम आप की नाड़ी प्रकृति की ( या शारीरिक संख्या की पहचान कफ- वात, कफ- वायु, पित्त- वात, पित्त- वायु ) स्वास्थ्य की स्थिति विकृति मौसम स्थान आदि की पूरी जानकारी की जाती है।

आहार-विहार रहन- सहन

नाड़ी अनुसार आपके आहार -विहार में रहन-सहन आदि में आपके कार्य व दैनिक दिनचर्या के अनुसार परिवर्तन किया जाता है।

वन औषधि-

आपको नाड़ी के अनुसार औषधीय वनस्पति बताई जाती है मौसम के अनुसार।

रसायन ( पुनर्नवा)

यदि मनुष्य खान-पान रहन-सहन में बदलाव कर लेता है तो यह रसायन बहुत तेजी से असर दिखाता है तथा जल्द ही उसकी काया बदल जाती है ।तथा उम्र ,प्रकृति, स्थान, मौसम शारीरिक स्थिति के अनुसार आपके लिए रसायन पुनर्नवा का प्रयोग करने के लिए बताया जाएगा।

नाड़ी रसायन पुनर्नवा ( कायाकल्प ) के फायदे

यह आपके कफ- पित्त , वात-वायु को समझाती है।

आपके शरीर की प्रतिरोध क्षमता बढ़ाता है।

यह आपके लीवर ,किडनी ,हार्ड ,घुटने आदि को चुस्त-दुरुस्त रखता है।

कब्ज नहीं होने देता।

आपके वजन को कंट्रोल करता है।

आपकी त्वचा चमकदार व स्वस्थ रहती है।

आपको ऊर्जा युक्त बनाए रखता है।

गंभीर रोगों से बचाता है। (कैंसर ,अस्थमा ,थायराइड ,शुगर ,बीपी, हार्ड की समस्या इत्यादि)।

यह आपको हमेशा नौजवान बनाए रखता है।

बुढ़ापा में ऊर्जावान बनाए रखता है।

यह आप की बढ़ती उम्र को रोकने में सहायक है।

कफ- वात, कफ- वायु, पित्त- वात, पित्त- वायु के अनुसार यह पुनर्नवा रसायन काम करता है।